Prachin vishwa। Nios Social science 213 chapter 1। Question answers

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आज हम nios socience ( 213 ) का chapter प्राचीन विश्व करने वाले है। हम आपको इस chapter के important questions बताएंगे जिनके exam में आने के chances है। इसलिए आपको शुरु से लेकर अंत तक इस lecture में बने रहना है। तभी आपको सारी चीज़े समझ आयेगी और अगर आपको कोई doubt हो तो आप हमारी whatsapp helpline पर हमसे contact कर सकते है।


Nios Social science ( 213) Chapter -1 प्राचीन विश्व questions and answers



प्रश्न 1 हड़प्पा सभ्यता के पतन के मुख्य कारण लिखे ।
Ans पुरातविदो को हड़प्पा सभ्यता के पतन के कोई भी प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं मिले है। इस सभ्यता के अंत के कई कारक माने जाते है। जिनका वर्णन निम्न प्रकार से है।
1. आर्यो का आक्रमण यह पहला कारक माना जाता है।
2. विशेष इलाकोमें बार बार बाढ़ का आना
3. नदियों का सुख जाना , रेगिस्तानी क्षेत्रों का फैलना
4. नदियों का रास्ता बदल लेना
5. समुद्री व्यापार में कमी

उपरोक्त 5 प्रमुख कारण है। जिनका हड़प्पा सभ्यता के पतन के लिऐ माना जाता है।

वैदिक युग में आय दो धर्म बौद्ध तथा जैन धर्म

प्रश्न 3.गौतम बुद्ध तथा बौद्ध धर्म की शिक्षाओं के बारे में बताओ?

Ans. गौतम बुद्ध जी का जन्म 563 ईसा पू ० भारत नेपाल बॉर्डर के निकट स्थित लुंबिनी नामक स्थान पर हुआ था। 29 वर्ष की उम्र घर छोड़ दिया उन्होंने 80 वर्ष की आयु में उन्हें निर्वाण प्राप्त हुआ

बौद्ध धर्म की शिक्षाएं – बौद्ध धर्म की प्रमुख शिक्षाएं निम्न प्रकार है।
बुद्ध के अनुसार दुनिया दुख और कष्टों से भरी है। कष्टों का प्रमुख कारण तृष्णा है। इसे हराकर दुखो से मुक्ति मिल जाएगी । इसे हराने के लिऐ इन 8 तत्वों का पालन करना अनिवार्य है।
1. सच्ची दृष्टि
2. सही उद्देश्य
3. सत वचन
4. सत कर्म
5. सच्ची आजीविका
6. सद प्रयास
7. स्मृति
8. सदमन
उपरोक्त गौतम बुद्ध की प्रमुख शिक्षाएं है।


प्रश्न 4 ऋषभ नाथ तथा जैन धर्म की शिक्षाओं का वर्णन करे।
Ans . ऋषभ नाथ – ऋषभ नाथ जी को जैन धर्म का संस्थापक माना जाता है। इनका जन्म 540 ईसा पूर्व वैशाली के कुंडा ग्राम में हुआ । इनके पिता ज्ञानिक कुल में क्षत्रिय थे।
30 वर्ष की उम्र में ये सन्यासी बन गए 468 ईसा पूर्व इन्हें निर्वाण प्राप्त हुआ ।
जैन धर्म की प्रमुख शिक्षाएं :- जैन धर्म में ईश्वर को सर्वशक्ति मान नही माना गया है। यह धर्म जातिवाद और ब्राह्मणवाद का विरोध करता है। इस धर्म के पांच सिद्धांत निम्न प्रकार से है।
1. अहिंसा
2. सच्चाई
3. चोरी नही करना
4. जुड़ाव नही रखना और
5. ब्रह्मचर्य


उपरोक्त वर्णन जैन धर्म की प्रमुख शिक्षाओं की व्याख्या करता है।


प्रश्र 5 वैदिक काल के दौरान सामाजिक, आर्थिक तथा धार्मिक जीवन में हुए परिवर्तनों का वर्णन करे।
Ans. वैदिक काल की जानकारी हमें वेदों से मिलती है। यह काल पुरे 1 हजार वर्षों तक चला इस काल के दौरान हुए समाजिक परिवर्तनों का वर्णन निम्नलिखित प्रकार से किया जा सकता है।

(क) समाजिक जीवन
– (1)लोग खानाबदोश जीवन जीते थे।
(2) महिलाओं को पुरुष के समान अधिकार प्राप्त थे। उन्हे भी संपति का अधिकार प्राप्त था ।
(3) जाति 4 भागो में विभाजित हो गई थीं।

(ख) धार्मिक जीवन
:- 1.लोग इंद्र ,वरुण , नस्त्य आदि देवताओं की पूजा करते थे।
2. इस काल के अन्तिम चरण में यज्ञ के प्रमाण भी मिलते है।

( ग ) अर्थव्यवस्था
:- 1. मवेशी पालन ,कृषि , आदि प्रमुख व्यवसायथे।
2. शिल्पकार , कुम्हार तथा अन्य कारीगर व्यवसाय आदि भी शमिल थे

उपरोक्त तथ्य वैदिक काल में हुए समाजिक , धार्मिक तथा आर्थिक बदलावों का वर्णन करते है।

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