प्रश्न 1. निराला की कविता वह तोड़ती पत्थर को पढ़कर आपके मन में मजदूर वर्ग के प्रति कौन - कौन से विचार प्रकट होते हैं। संक्षेप में प्रस्तुत कीजिए। उत्तर .वह तोड़ती पत्थर सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला जी द्वारा रचित एक मार्मिक रचना है। जिसमे वो इलाहबाद की एक सड़क पर काम करने वाली एक महिला का वर्णन करते है । कविता को पढ़कर हमारे मन मे मजदूर वर्ग के लिए निम्नलिखित विचार प्रकट होते है। ( 1 ) प्रतिकूल वातावरण मे कार्य – कविता मे महिला श्रमिक कड़कती धूप मे कार्य कर रही होती है.। इससे हमें पता चलता है। की मजदूर को प्रतिकूल वातावरण मे कार्य करना पड़ता है। ( 2) कार्य के प्रति विवशता – कविता मे श्रमिक महिला जब निराला जी को देखती है। तो वो अपने कार्य के प्रति किसी भी प्रकार का कोई विरोध हीन भावना व्यक्त नहीं करती हैँ। वापस काम मे लग जाती है। इससे हमें पता चलता है। की मजदूर वर्ग अपने कार्य के प्रति विवश होते है.। वो किसी से भी विरोध नहीं कर सकते